खैर, तो इस बार लेख प्रतियोगिता का भी आयोजन था तीन आयु वर्गों में और अपने-अपने आयु-वर्गों में हमारे पुत्र (Topic - What does being an Indian mean to you?') और पुत्री (Topic - Improving Indo-Pakistan relationship) ने प्रथम पुरस्कार प्राप्त किये.
हमारे सुपुत्र पैदायशी अमरीकी नागरिक हैं परंतु उन्हें अपने भारतीय होने पर कुछ ज्यादा ही घमंड है. इन्हें अगर अमरीकी बताया जाय तो हिंसा पर उतारू हो जाते हैं. दाल-चावल इनकी फेवरिट डेलिकेसी है. किसी युद्ध के दृश्य को देखते हुए इनका पहला प्रश्न भारतीय दारोगा की मुद्रा में यही होता है कि अगर भारतीय और अमरीकी सेना में युद्ध हो जाय तो कौन जीतेगा. उत्तर भारतीय सेना के पक्ष में देने पर संतुष्ट होकर अपने काम में लग जाते हैं. अगर दूसरा कुछ जवाब मिले तो सामने वाले को दूसरी पार्टी का समझ कर शत्रुगत व्यवहार करते हैं और यह तनातनी समाप्त करने में और सौहार्द्रपूर्ण वातावरण स्थापित करने में कई चाकलेट और कैंडियाँ अकाल मृत्यु को प्राप्त होती हैं. अपने विषय पर लिखवाने में मुझे जब नाकों चने चबवा दिये, कई वादे करवा लिये, आइसक्रीम और वीडियो पार्लर के चक्कर लगा आये तब अपने अनमोल विचार इन्होंने किस्तों में प्रकट किये जो हमने नोट किये. लीजिये, हाजिर हैं -
WHAT DOES BEING AN INDIAN MEAN TO YOU
By Devanshu Awasthi (8)
Grade 2nd
What do I mean by being an Indian? When my dad asked me this, I thought “Nothing”.
Then I thought it must be something.
My dad says being an Indian means being respectful to elders.
My mom says being an Indian means being polite and well mannered.
My grandpa say being an Indian means being part of an ancient culture.
My grandma says being an Indian means being part of a big family.
Being an Indian, I speak Hindi. Being an Indian, I can also speak English.
I like to watch Pokemon. Being an Indian, I love stories of Hanuman.
Being an Indian, I call my dad’s friends uncles.
Being an Indian, I call my mom’s friend’s aunties.
Being an Indian, I love Pizza. Being an Indian, I love Roti-Daal.
I like French fries. I love Bhelpuri.
Being an Indian, I can sing “This land is my land!”
Being an Indian, I love to sing “Vande Maataram!”
I say Hi to my American friends. I say Namaste to my uncles and aunties.
I love to play soccer. I have begun to like cricket too. ( I know that Sachin dude!)
I am proud of Indian Army. Being an Indian, I do not like fights (except on the video games).
I love to have gifts on Diwali. I just can’t wait for Santa on Christmas.
Now I think - being an Indian, I AM PROUD CITIZEN OF THE WORLD.
9 comments:
बालक के विचार तो जाने.बढिया हैं.बिटिया क्या लिखती है--भारत-पाक संबंधो पर?बधाई.
आपके बेटे ने निंबध क्या लिखा है , भारतवंशियों की पहचान का सँकट दूर कर दिया है| यह लेख फ्रेम में लगा कर मेज पर रखने लायक है| शत शत बधाई|
भाई बालक ने तो म्हारे फंडे भी कस दिए। जे ऐसे बालक होया करें तो के बात है। माँ भी काफी टैम से कहन लाग री है के बेटा बालक कर लो। के फैदा जे मैं तेरी औलाद का मुँह देखे बिना ही चली गी। कोनी ईब तो कुछ करना पड़े। री सुनती है...
हरयाणवी
रै हरयाणवी, मैं तो बोलूँ माँ की बात में दम है, देर किस बात की है?
हरियाणवी की मां की बात में दम है.हो सकता है हरियाणवी बेदम हो.यह भी हो
सकता है कि नवरात्र खतम होने का इन्तजार हो रहा हो इस डर से कि कहीं देवी का
प्रसाद न मिल जाये.
dada aapki "theluwa" aur anup bhaiya ki "fursatiya" ke jawab me maine panchaayatiya maidan me utar di hai.so be ready...check this out-
www.panchaayatiya.blogspot.com
dada also check this-www.yuvamanchksp.blogspot.com
Indra jee,
kahavat he poot ke pav palne mein hee dikhne lahte he. aapke bete ne jo kuch likha vo dil ko choo gaya.
bahut bahut badhai.
Brijesh Goswami
इन्द्र जी ..सबसे पहले आपके बेटे को ढेरों शुभकामनायें एवं आशीर्वाद...कि उसे अपने भारतीय होने पर गर्व है... निश्चित ही यह कविता फ़्रेम कर सबको दिख्नाने लायक है.....परन्तु आप भी कुछ कम नहीं .... अगर आपके संस्कार ना होते तो शायद ऐसा ना हो पता.. जो भी हो आप लोग ही भारत ध्वजा का परचम पूरे विश्व में लहरायेन्गें।
Post a Comment